दिव्यभारत ट्रस्ट की इकाई - माई
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मिलकर दुनिया बदलें

हर महिला की आवाज़ में बदलाव की ताकत होती है।

अधिकार मांगने से नहीं, उन्हें पहचानने और अपनाने से मिलते हैं।"

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अधिकारो की रक्षा करना, उन्हें सशक्त बनाना, और न्याय व समानता के लिए एक सुरक्षित मंच प्रदान करना।

मिशन

नाना जहां हर महिला को अपने अधिकारों, स्वतंत्रता, और अवसरों का पूरा लाभ मिले।

विज़न

हम महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कौशल विकास, नेतृत्व प्रशिक्षण और कानूनी अधिकारों की जानकारी प्रदान करते हैं

प्रशिक्षण:

महिलाओं के लिए रोज़गार के अवसर उत्पन्न करने और उन्हें स्वावलंबी बनाने के लिए मार्गदर्शन और सहयोग

रोज़गार:

नव भारत के निर्माण में महिलाओं की बड़ी भूमिका

भारत वर्ष एक सम्पन्न परंपरा और सांस्कृतिक मूल्यों से समृद्ध देश है, जहां महिलाओं का समाज में प्रमुख स्थान रहा है। ग्रामीण परिदृश्य में महिलाओं की बड़ी आबादी है। दुर्भाग्यवंश विदेशी शासनकाल में समाज में अनेक कुरीतियां व विकृृतियां पैदा हुई, जिससे महिलाओं को उत्पीड़न हुआ। आजादी के बाद महिलाओं का समाज में सम्मान बढ़ा, लेकिन उनके सशक्तिकरण की गति दशकों तक धीमी रही। गरीबी व निरक्षरता महिलाओं की प्रगति में गंभीर बाधा रही हैं। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और कौशल के माध्यम से महिलाओं को व्यवसाय की ओर प्रोत्साहित कर इन्हे आर्थिक रूप से सुदृढ़ किया जा सकता है।

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भारत में महिला सशक्तीकरण

भारत की आधी आबादी महिलाओं की है और विश्व बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार अगर महिला श्रम में योगदान दे तो भारत की विकास दर दहाई की संख्या में होगी। फिर भी यह दुर्भाग्य की बात है कि सिर्फ कुछ लोग महिला रोजगार के बारे में बात करते हैं जबकि अधिकतर लोगों को युवाओं के बेरोजगार होने की ज्यादा चिंता है। हाल ही में प्रधानमंत्री की ‘आर्थिक सलाहकार परिषद’ की पहली बैठक में 10 ऐसे प्रमुख क्षेत्रों की चिह्नित किया गया जहां ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। दुर्भाग्य की बात यह है कि महिलाओं का श्रम जनसंख्या में योगदान तेजी से कम हुआ है।

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महिला अधिकार इकाई (माई) के बारे में.

महिला अधिकार इकाई(दिव्यभारत ट्रस्ट की महिला इकाई) का उद्देश्य महिलाओं के अधिकारों को संरक्षित और प्रोत्साहित करना है। यह इकाई महिलाओं के प्रति किसी भी प्रकार के भेदभाव, हिंसा और असमानता को खत्म करने के लिए काम करती है। इसका मुख्य कार्य महिलाओं को उनके कानूनी, सामाजिक, और आर्थिक अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। यह इकाई राष्ट्रीय स्तर पर महिलाओं के अधिकारों से जुड़े कानूनों और नीतियों के कार्यान्वयन में सहयोग करती है। इसमें लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए नीतिगत सलाह, प्रशिक्षण, और जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। महिला अधिकार इकाई घरेलू हिंसा, कार्यस्थल पर उत्पीड़न और संपत्ति अधिकार जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करती है। इसके अलावा, यह महिलाओं को न्याय तक पहुंच दिलाने के लिए कानूनी सहायता और परामर्श सेवाएं प्रदान करती है। महिला अधिकार इकाई गैर-सरकारी संगठनों, सरकारी एजेंसियों और स्थानीय समुदायों के साथ मिलकर महिलाओं की स्थिति को सुधारने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए कार्य करती है। यह इकाई महिलाओं के लिए एक सुरक्षित और समान समाज बनाने के प्रयासों में अहम भूमिका निभाती है।.

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हमारा उद्देश्य

जरुरतमंदो को आत्मनिर्भर बनाना हमारा उद्देश्य.

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हमारा दृष्टि

शिक्षा और रोजगार से जोड़ कर महिलाओं को सशक्त बनाना.